नकारात्मक सोच
नकारात्मक सोचना कुछ बुरी बात नही हे पर हद से ज्यादा सोचना बुरी बात हे आजकल मुझे लग रहा हे मे कुछ ज्यादा ही नकारात्मक सोच रहा हू इसीलिये मेरी लोगो के साथ कुछ खास बन नही रही हे और ये ओव्हर थिंकिंग के वजह से सबको अपना दुश्मन समझ ले रहा हू ऐसा मुझे लग रहा हे ये एकसाईड और दुसरी साईड मुझे ऐसा भी लग रहा हे के जो मे सोच रहा हू वो बिलकुल सही हे मुझे लगता हे के मे विक्टिम हू हर किसीने मेरा फायदा उठाया हुवा हे हर कोई मुझसे खाली मतलब के लिए ही बात करता हे ये सब कुछ ज्यादा ही मेरे दिमाग मे चल रहा हे मे चाहता हू के मेरे दिमाग से ये सब फालतू बाते निकल जाये मे ओव्हरथिंकिंग करणा बंद कर्दू पर जेसे जेसे वक्त गुजर रहा हे वेसे वेसे मे ज्यादा सोच रहा हू मुसीबते बढती जा रही हे और मे हर चीज के लिए अपने आस पास के लोगो को जीमेदार मानते जा रहा हू और कुछ हद तक ये सही भी हे पर मुझे ईन सब झमेलो से निकल कर अपनी आगे कि जिंदगी और बेहतर कैसे बने और इसके आगे जाके मे सोचू सब लोगो को दोषी मानणे के बजाय मे बस जिंदगी मे पॉसिटीव्ह चिजो पे ध्यान दु और अपनी आनेवाले जिंदगी हसी खुशी बिताऊ ओर हमेशा खुश रहू मेरे आस पास के लोगो को भी खुश रखु और खासकर मेरे बेटे को जभी मेरी उमर हो उसे बता सकू यहातक के मेरे जिंदगी बोहत अच्छी थी और मे शुक्रगुजार हू उपर वाले का ऐसी जिंदगी देने के लिए कभी उसके सामने कमजोर ना पडू उसने मुझे देखणे के बाद कहीपे भी कमजोर नही पडना नही चाहिये बस इतनी सी मेरी ख्वाहिश हे